एक तो कोरोना की बंदिशें। तिस पर रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War)। इस वजह से बाजार में हर चीज की कीमतें चढ़ रही हैं। इसी के साथ मकान बनाने से जुड़ी सामग्रियों के दाम भी आसमान में पहुंच गए हैं। हालत यह है कि सरिये की कीमत (Steel Price) कोरोना से पहले के मुकाबले अभी 121 फीसदी बढ़ गई है। इसी तरह सीमेंट (Cement Price), बजरी, ईंट आदि की कीमतें भी बढ़ गई हैं। इस बार में रियल एस्टेट क्षेत्र (Real Estate Sector) में काम करने वाले की एक स्टडी सामने आई है। आइए, देखते हैं कि मकान बनाना कितना महंगा हो गया है।
मकान बनाने की सामग्री की कीमतों पर त्रेहान ग्रुप ने एक तुलना की है। यह तुलना अपने यहां कोरोना महामारी शुरू होने से ठीक पहले से है। इसके मुताबिक एक साल पहले 38.8 रुपये किलो मिलने वाला सरियाा अभी 85.90 रुपये किलो हो गया है। यह 121.39 फीसदी की बढ़ोतरी है। इसी तरह कोरोना से पहले फायर फाइटिंग स्टील की कीमत 49.5 रुपये प्रति किलो थी। यह कीमत अब बढ़ कर 84.96 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। मतलब कि 79.3 फीसदी की बढ़ोतरी।
ये भी पढ़ें -: मुकेश सहनी की बर्खास्तगी पर बोले शाहनवाज हुसैन- हमारे नेता को मोदिया, योगिया बोल रहे थे
इस दौरान ईंट (Brick) और बजरी (Stone Chips) जैसी चीजों की कीमत भी काफी बढ़ गई। कोरोना से पहले ईंट का भाव 3,800 रुपये प्रति हजार नग था। अब वह बढ़ कर 5,500 रुपये प्रति हजार हो गया है। इसी तरह बजरी (Gitti) कीमत भी 66.66 फीसदी बढ़ गई है। दो साल पहले बजरी 60 रुपये क्विंटल मिल रहा था। अब इसकी कीमत 100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
इस बीच तांबे (Copper) की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। बिजली के तार की बात करें या बिजली से चलने वाले कोई भी उपकरण, सबमें तांबा का भरपूर उपयोग होता है। यही वजह है कि बिजली के तार भी महंगे हो गए हैं। दो साल पहले जो बिजली का तार पांच रुपये मीटर मिलता था, वही तार अब 12.50 रुपये मीटर मिलने लगा है। मतलब कि इसकी कीमतों में 150 फीसदी का इजाफा हुआ है।
महंगाई का असर प्लंबिंग मैटेरियल पर भी पड़ा है। कोरोना शुरू होने से पहले प्लंबिंग का जो सामान 100 रुपये में मिलता था, वह इस समय 150 रुपये में मिलने लगा है। मतलब कि 50 फीसदी का इजाफा। इसी तरह अल्यूमिनियम के बने सामान भी 64.77 फीसदी महंगे हो गए। मार्च 2020 के दौरान मकान के निर्माण में उपयोग होने वाले अल्यूमिनियम के सामन 176 रुपये किलो के भाव पर मिल जाता था। अभी इसका भाव 290 रुपये किलो हो गया है।
इस दौरान सीमेंट की कीमतों में भी खूब इजाफा हुआ है। कोरोना शुरू होने से पहले अपने यहां 270 रुपये में एक बोरी सीमेंट मिल जाता था। लेकिन इसकी कीमतों में अब तेज इजाफा हो गया है। इस समय सीमेंट के एक बैग की औसत कीमत 360 रुपये पर पहुंच गई है। यह 33 फीसदी का इजाफा है। इसी के साथ सीएफ फिटिंग मैटेरियल की कीमत में भी 50 फीसदी का इजाफा हुआ है।
भवन निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियर शशि भूषण बताते हैं कि हाल ही में कंस्ट्रक्शन मैटेरियल (Construction Material) की कीमतों में आई तेजी से लागत बढ़ गई है। मोटा मोटी कहें तो एक हजार वर्गफीट में बने दो बेडरूम फ्लैट बनाने की लागत में लगभग दो लाख रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। एक तरह से कहें तो मकान बनाने की लागत में करीब 25 फीसदी का इजाफा हो गया है।
ये भी पढ़ें -: मैंने राज्यसभा में तनख्वाह और सांसद निधि कश्मीरी पंडितों को देने का प्रस्ताव दिया तो भाजपाई भाग खड़े हुए- संजय सिंह
ये भी पढ़ें -: गैर हिंदू होने पर भरतनाट्यम डांसर को मंदिर में परफॉर्म करने से रोका, मंदिर कमेटी ने दिया ये जवाब
सोर्स – navbharattimes.indiatimes.com